Tuesday, June 12, 2012

जेंटल मेन

वो है क्रिकेट का भी असली जेंटल मेन,
सौम्य सरल पारंगत,जो कहते सब फैन,
नित नए रिकार्ड रचे लगाये नित शतक,
हर गेंद को सहज ही खेले,पारी होने तक,
यदि आउट होय, तो भी रहता वो शांत,
प्रशंसा करते सब, कपिल हो या श्रीकांत,
ब्रेडमैन से करते,देसी बिदेसी उसका मेल,
अलग शान से, अलग ढंग से खेले वो खेल,
तभी राजनीतिज्ञों ने बुला उसका पूछा हाल,
राज्यसभा में नामित कर,फेंका मायाजाल,
करने सुशोभित उसकी विधा,भेजा शाहीपत
आओ प्यारे संग बैठो हमारे,लेकर एक शपथ
झटपट ही कर डाला,संसद में उसका टीका,
अखबारों में जोरदार छपा,पर लगता था फीका,
फिर किया सरकार ने, उस प्यारे पर अहसान,
युवराज़ के पास बंगला अलोटकर,बढाई शान,
पर वो प्यारा था सचमुच सच्चा सहज सरल,
झट मना किया,रहने को वो बंगला अविरल,
राज्यसभा में आया अब,इक असल जेंटलमेन,
जो सत्ता के भूखों से अलग चल, करें उन्हें बैचैन ...........
=========मन वकील